इज़हार-ए-इश्क बिना शाम हो गई..!
हसरतों की जैसे कत्लेआम हो गई..!
मुनाफा ।
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by Markand Dave.
मुनाफा । (गीत)
http://mktvfilms.blogspot.in/2014/04/blog-post_30.html
होने पर मेरे, दर्द में, इजाफा ही इजाफा है..!
न होने पर देख, कितना मुनाफा ही मुनाफा है..!